Wednesday, July 14, 2010

वो नीली वर्दी फिर से पहनना चाहता हूँ........

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वो नीली वर्दी फिर से पहनना चाहता हूँ,
वहां बीते हर सुनहरे सपने मे दौड़ना चाहता हूँ,
देखना चाहता हूँ , वहां बीते हर पल को फिर से,
वहां बीती अपनी अनमोल खुशियाँ बटोरना चाहता हूँ|

वो सहमे हुए पल जैसे बीते हो कल,
रैगिंग के उन लम्हों मे फिर से खड़ा होना चाहता हूँ,
दोस्ती के पहली बार छलके गिलास फिर से छलकाना चाहता हूँ,
उन सहमे पलों की मस्ती फिर से करना चाहता हूँ|

वो नीली वर्दी फिर से पहनना चाहता हूँ,
वहां बीते हर सुनहरे सपने मे दौड़ना चाहता हूँ,.................


वो सीनियर बनने का अहसास,
वो बर्थडे की मार,
वो काउंटर स्ट्राइक का खुमार,
वो पहला पहला प्यार,
वो रेस्पोसिब्लिलिटी का भार, फिर एक बार देखना चाहता हूँ,
उन प्यारे सपनो को एक माला मे पिरोना चाहता हूँ|

वो नीली वर्दी फिर से पहनना चाहता हूँ,
वहां बीते हर सुनहरे सपने मे दौड़ना चाहता हूँ,.................

डाल हाथों मे हाथ, अपने बैच को लिए साथ,
क्लास बंक कर, शिप्रा घूमने जाना चाहता हूँ,
उन हसीन पलों मे, पार्टी करना चाहता हूँ,
अपने दोस्तों के साथ बिताये, हर पल को फिर से जीना चाहता हूँ|


वो नीली वर्दी फिर से पहनना चाहता हूँ,
वहां बीते हर सुनहरे सपने मे दौड़ना चाहता हूँ,.................


दोस्तों,.....
ये विदा अलविदा नहीं,एक नहीं शुरुवात है,
करोगे नाम हमारा भी, ऐसी एक आस है,
मिलेंगे किसी मोड़ पर - फिर से - आप से-
जहाँ --हंसेंगे-- खेलेंगे -- नाचैगे --
लेकिन--
आँखों मे लिए आंसू....
फिर यही गायेंगे....

वो नीली वर्दी फिर से पहनना चाहता हूँ,
वहां बीते हर सुनहरे सपने मे दौड़ना चाहता हूँ,
देखना चाहता हूँ , वहां बीते हर पल को फिर से,
वहां बीती अपनी अनमोल खुशियाँ बटोरना चाहता हूँ|
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मिस यू आल...............