Friday, January 9, 2009

मेरा पहला पहला प्यार...........हर बार...........बार बार


जब भी कोई लड़की देखता हूँ,

मेरा दिल धड़कने लगता हैI

कभी इधर तो कभी उधर

फुदकने लगता हैII


किसी की आँखें पसंद आती हैं तो किसी की नाक,

किसी के बाल अच्छे लगते हैं तो किसी के गालI

किसी की हाईट अच्छी है तो किसी की स्माइल,

किसी की चाल अच्छी है तो किसी का स्टाइलII


किसी का डांस बहुत अच्छा है तो किसी की आवाज़,

कोई खूबसूरत है तो कोई इंटेलिजेंट I

किसी में कुछ अलग खूबी है,

और किसी में कुछ अलग टेलेंट II


इतनी साड़ी लड़कियां और एक बेचारा दिल,

मुश्किल में हूँ बताओ क्या करूँ?

कोई नाराज़ न हो जाए,

सबको कैसे खुश रखूं?


अब तक तो सबकुछ मस्ती और मज़ाक था,

कोई सीरिअसनेस नहीं बस टाइमपास थाII

पर इस बार मैं सीरियस हूँ,

इस लड़की से मुझे सचमुच प्यार हो गया है I

उसने मुझे सचमुच बदल दिया है

ऐसा मैंने पहली बार फील किया है ई


पहले जो किया वो सब भुला देना चाहता हूँ,

यह बात दोस्तों को बता देना चाहता हूँ II

पर वो नही मानते

कहते हैं

तुम्हारे साथ ऐसा ही होता है हर बार I

जब भी कोई नई लड़की दिखती है,

तुम करने लगते हो उसे प्यार

हम नही आयेंगे तुम्हारी बातों में इस बार

कर लो चाहे जितने जतन और जितना इकरार

अब तो हमें भी याद नही कि है यह तुम्हारा

कौन सा पहला प्यार?????

अब मैं उन्हें कैसे समझाऊं ,

क्या तरकीब करूँ और कैसे बतलाऊं?

क्या वो सही हैं या मैं ग़लत हूँ

पर सच तो यही है

सातवां है या आठवां…………..

मुझे भी याद नहीं है II


सच कह रहा हूँ….मानो या न मानो

इस बार मैं सीरियस हूँ I

इस लड़की से मुझे सचमुच प्यार हो गया है

उसने मुझे सचमुच बदल दिया है

ऐसा मैंने पहली बार फील किया है

बस येही है मेरा पहला पहला प्यार

…………………………..हर बार

...........................बार बार II

3 comments:

Unknown said...

i have no words to express how awesome this poem is man
kudos

Unknown said...

well mujhe lagta hai tumhare dost sahi keh rahe hai infact wo hi sahi hai
ha ha

Deepak Prajapat said...

are ek pyaar hi tho h jho baar baar n har baar hota h...lage rho sir kabi tho no. aayega hi!!!!